Hello and welcome दोस्तों हमारे ब्लॉग हिंदी सब जानकारी में आपका बहुत-बहुत स्वागत है आशा करते हैं कि हमारी पोस्ट आपको पसंद आ रही होंगी दोस्तों कभी आपने यह सोचा है कि आज के इस दौर में हर एक व्यक्ति को एक ही चीज की आवश्यकता है जो है पैसा आज बेरोजगारी इतनी बड़ गई है जिसके कारण लोग और अधिक गरीबी और भूखमरी का सिकार हो रहें हैं तो क्यो नही सरकार के पास पैसे छापने की मशीन है तो खूब सारे पैसे छापकर बेरोजगारों और गरीबों में बांटकर मालामाल करती आपके मन में यह सवाल उठा होगा तभी आप यह पोस्ट पढ़ रहे होंगे या आप यह जानना चाहते होंगे कि सरकार ऐसा क्यों नहीं करती तो दोस्तों आज की इस पोस्ट में हम इसी के बारे में बात करेंगे कि किसी भी देश की सरकार अनलिमिटेड पैसे क्यों नहीं छापती हैं
Why does the government of any country not pay unlimited money?
किसी भी देश की सरकार अनलिमिटेड पैसे क्यों नहीं छापती
Kisi bhi desh ki sarkar anlimited paisa kyo nhi chapti
किसी भी देश की सरकार अनलिमिटेड पैसे नहीं छापती है अगर कोई देश ऐसा करता है तो उसके अर्थव्यवस्था पर अत्यधिक प्रभाव पड़ता हैं । उस देश की पूरी अर्थव्यवस्था उथल-पुथल हो जाएगी अगर मान लो कोई देश अनलिमिटेड पैसा छापती है तो लोगो के पास अधिक पैसा हो जाता है तो वह कूछ कार्य नहीं करेंगे क्योंकि इंसान की पहली जरूरत पैसा है और कोई भी व्यक्ति इसी के लिए ही कार्य करता है लोगो के पास अधिक पैसा हो जाएगा तो वह काम करना पूर्ण रूप से बंद कर देगा दूनिया में अमिर और गरिब दोनों का होना अति आवश्यक है । अमिरी और गरीबी किसी भी देश के दो पहिए हैं । जिनके बिना कोई देश नहीं चल सकता क्योंकि अमिर वर्ग के लोग उद्योग पति एवं देश का संचालन करने वाले नेता अभिनेता व उच्च अधिकारी होते हैं जबकि गरीब वर्ग मजदूर एवं कृषक होते हैं । यदि पैसे की छापने की क्रिया को बढ़ा दिया जाए तो दोनों में समानता आ जाएगी जिसके कारण लोग मजदूरी और कृषि कार्य करना पसंद नहीं करेंगे सभी के पास पैसे आ जाएंगे तो मजदूरी कौन करेगा कृषि कौन करेगा
आदि किसी देश में पैसे को अधिक छापा जाता है और उसे अधिक बढ़या जाता है तो जैसे जैसे पैसे बढ़ाएं जातें हैं वैसे वैसे वस्तुओं का मूल्य दर भी बड़ता चला जाता है ठीक उसी तरह जैसे जैसे हर साल आपकी सैलरी बढ़ती जा रही है और वस्तू महंगी होती चली जा रही है जिससे आप पहले समान खरिदने कम पैसे लेकर जाते थे और अब ज्यादा पैसे लेकर जाते हैं ठीक उसी तरह अगर रोज पैसे छापें जाने लगे तो महंगाई भी रोज बढ़ेगी आज आप जेब में पैसा लेकर जाते हैं यदि पैसा रोज छापा जाने लगा तो आपको बड़ा सा बैग में पैसे लेकर मार्केट जाना पड़ेगा
दोस्तों प्रथम विश्व युद्ध के बाद कई देशों में आर्थिक स्थिति बहोत कमजोर हो चुकी थी जिससे निपटने के लिए कई देशों ने अधिक पैसे छापने की गलती कर दी गलती यह थी कि अधिक पैसा होने के कारण उन देशों की अर्थव्यवस्था अत्यधिक प्रभावित हुई एवं वस्तुओं की कीमतों में इतना इजाफा हुआ कि लोगों को समान लेने के लिए बहोत ज्यादा पैसे लेकर जाना पड़ता था घूम फिर कर यही बात आती है कि इससे देश के अर्थ व्यवस्था को क्षति पहोचता है यही कारण है कि कोई भी देश अनलिमिटेड पैसे नहीं छापती
आशा करते हैं कि हमारा पोस्ट आपको पसंद आया होगा एवं आप जान गए होंगे कि कोई भी देश अनलिमिटेड पैसा क्यो नही छापती अगर आपका हमारे पोस्ट से संबंधित कोई सवाल या सूझाव हों तो हमें comentbox में लिखकर जरूर बताएं ताकि हम अपनी त्रुटि सुधार सकें और आपकी मदद कर सके


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